यह एक ऐसा इनपुट उपकरण है, जो किसी कागज पर बने हुए या छापे हुए चित्र को अंकीय डाटा में बदल कर कम्प्युटर को भेज देता है। स्कैनर से हम छपे हुए पाठ्य को भी पढ़ सकते है अर्थात् स्कैनर छपे हुए पाठ्य को कागज से पढ़कर कम्प्यूटर में स्टोर कर सकता है, स्कैनर का उपयोग प्रायः कम्प्यूटर की सहायता से पुस्तकों की छपाई में किया जाता है। स्कैनर एक फोटोकॉपी मशीन की तरह होता है इसके कवर को उठा कर पाठ्य वाले कागज का मुँह नीचे करके रख दिया जाता है और कवर से ढक दिया जाता है।
मल्टीमीडिया एप्लिकेशन के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला स्कैनर रंगीन फ्लैट स्कैनर है जो 600 डॉट्स प्रति इंच (डीपीआई) या बेहतर का समाधान प्रदान करता है।
स्कैनर के प्रकार–
हैंडहेल्ड स्कैनर –
यह सस्ता स्कैनर है इसको एक सपाट सतह पर माउस की तरह मूव करते हैं।
फ्लेट बेड स्कैनर-
ये काफी महंगे तथा लचीले होते हैं ये फोटोग्राफी मशीन के समान नजर आते हैं स्कैन करने वाला का आइटम ग्लास प्लेट पर रखा जाता है तथा स्कैनिंग हैण्ड ग्लास के नीचे से गुजरता है इस प्रकार हम पूरी किताब का स्कैन बिना पेपर फाड़े कर सकते हैं।
शीट-फेड स्कैनर-
यह हैण्ड हेल्ड की तुलना में सस्ता एवं विश्वसनीय है इसमें एक तरफ से पेज को मशीन में डाला जाता है तथा दूसरी ओर से प्रिंटिंग होकर पेपर बाहर आ जाता है कंटेंट अधिक मात्र में होने पर यह स्कैनर ठीक रहता है।
कलर और ग्रे स्केल स्कैनर –
कलर स्कैनर का प्रयोग कलर प्रिंटर के साथ ही है अन्यथा वो बेकार है कलर स्कैनर कलर स्कैन करता है एवं ग्रे स्कैनर काले सफेद शेड में स्कैन करता है।