साउंड फाइल का फॉर्मेट, डिजिटाइज्ड साउंड के डाटा bits और byte को एक डेटा फाइल में ऑर्गेनाइज करने का जाना पहचाना तरीका है। फाइल का स्ट्रक्चर डाटा सेव करने से पहले ही पता रहना चाहिए या बाद में इसे कम्प्यूटर पर लोड करना चाहिए ताकि यह साउंड की तरह से एडिट और प्ले किया जा सके। डिजिटल ऑडियो फाइल्स, जो रिकॉर्ड की जा चुकी है का अधिकतर Windows ऑडियो फॉर्मेट .www फाइल्स में save किया जाता है। Apple, Macintosh में आमतौर पर .aif साउंड फॉर्मेट प्रयोग होता है। Windows क्रिएटिव का .voc फाइल फॉर्मेट काफी लोकप्रिय है।
Types of Audio Formats
Audio Formats की बात करें तो अलग-अलग Platforms के लिए अलग-अलग Audio Formats होते है, Smartphone या computers में गाने सुनने के लिए अलग formats होते है, audio mixing या audio edit करने के लिए अलग formats होते है, होम थियेटर में play होने वाले अलग formats होते है।
सामान्यतया तीन भागों विभाजित किया गया है-
(1) Uncompressed Audio Format
Audio Artist Sound Record करते है, Create करते है, Edit करते है, Effcts देते है, उसका जो Original Raw Output निकलता है, उसे हम Uncompressed Audio Formats कहते है। इस Formats में Originally सभी Audio Information और Audio Detailing मौजूद होती है, जिसे हम बाद में किसी और Audio Format में Convert भी कर सकते है, यह फॉर्मेट Uncompressed होने के कारण आकार में काफी बड़ा होता है मान लो अगर 3 मिनट की Uncompressd Audio File है तो उसकी File Size 1 Gb तक भी जा सकती है।
PCM (Pulse Code Modulation)-
PCM audio formats, CDs और DVDs में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे common format है। इसमें कोई भी audio compression नहीं होता। जो भी raw analog audio create होता है, ये उसी का digital recording होता है।
WAV (Waveform Audio Format) –
हमारे media industry में जितनी भी audio editing होती है, उसमें ज्यादातर editors WAV audio format का ही इस्तेमाल करते है। क्योंकि uncompressed file होने के कारण इसमें audio information और detailing ज्यादा होती है। इससे जो edit output निकलता है, वे काफी ज्यादा rich और बेहतर होता है।
AIFF (Audio Interchange File Format) –
ये भी WAV की तरह ही बहुत ही information से भरी हुई audio file होती है, फर्क सिर्फ इतना है कि AIFF File Mac system के लिए ज्यादा suitable होती है। पर Windows based system में भी AIFF Audio file चल जाती है।
(2) Lossy Compressed Audio Format
अगर हम अपने system में audio library, जैसे songs-music जैसी files store करनी है, तो हम हर एक audio की uncompressed file save नहीं कर सकते। वे इसलिए क्योंकि uncompressed audio file size में काफी बड़ी होती है। तो उन files को हम compress करते है। Compress करने के बाद उनकी file size तो बहुत ही कम हो जाती है, पर file convert करते वक्त audio quality और audio information भी loss हो जाती है। जितनी बार आप uncompressed audio file को compress करोगे, audio information ऊत्तनी ही loss होती जाएगी।
MP3 (MPEG-1 Audio Layer 3):
MP3 ये सबसे common और सबसे popular audio format है, हम सभी अपने smartphone या computers में MP3 audio files ही इस्तेमाल करते है। क्योंकि उसकी file size काफी कम होती है। File size कम होने के कारण हम अपनी audio library बढ़ा सकते है। हम जितने चाहे उतने गाने smartphone में, computers में या smart TVs में store कर सकते है। Uncompressed audio file में कुछ ऐसे points होते है, जहाँ audio range हमारे सुनने के क्षमता से काफी परे होती है। तो जब उसे compress किया जाता है, तो information loss होने के बावजूद भी हम उस audio file को बहुत ही अच्छे से सुन सकते है।
AAC (Advanced Audio Coding) :
AAC File Format, MP3 से technically advanced होता है, । तो जब आप किसी एक audio File के MP3 और AAC audio formats को compare करते हो, तो आपको MP3 के मुकाबले AAC audio file में अच्छी sound quality सुनने मिल जाती है। MP3 के साथ साथ AAC भी बहुत ही ज्यादा popular audio format है, जो YouTube, Android, iOS, iTunes जैसे platforms पर एक standard audio
compression method मानी जाती है।
WMA (Windows Media Audio) :
ये Microsoft का बनाया हुआ एक windows based audio format है। AAC के जैसे ही ये एक audio format है जोकि MP3 से बेहतर perform करता है, पर यहाँ problem ये है की, बहुत सारे devices WMA को support नहीं करते।
(3) Lossless Compressed Audio Formats
Lossy compression से बिल्कुल अलग, जिसमे compression के बाद भी sound quality loss नहीं होती, उसे Lossless Compressed Audio Formats कहते है। पर यहाँ File size, lossy compressed file जितनी छोटी नहीं होती, ये File size lossy compressed file से 2 से 5 गुना तक बड़ी हो सकती है।
MIDI (Musical instrument digital interface) :
MIDI का अर्थ होता है Musical instrument digital interface। कम्प्यूटर साइंस में यह एक सीरियल इंटरफेस स्टैंडर्ड है जो म्यूजिक सिंथेसाइज़र के कनेक्शन की अनुमति देता है। साथ ही साथ यह म्यूजिकल instrument और कंप्यूटर के कनेक्शन की भी सुविधा देता है। यह एक सिंथेसाइजर इलेक्ट्रॉनिक instrument है जो हमें सिंथेसिस रूप से (कृत्रिम तरीके से) विभिन्न instrument के साउंड के डिजिटल सैंपल्स जनरेट करने की अनुमति और pitch बदल जाए। MIDI साउंड फाइल्स इवेंट की एक लिस्ट स्टोर करती है जो एक स्पेसिफिक स्टेप का वर्णन करती हैं। जो एक प्लेबैक डिवाइस या साउंड कार्ड द्वारा MIDI फाइल में इवेंट्स द्वारा स्पेशल फाइट साउंड को जनरेट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। प्लेबैक डिवाइस या साउंड कार्ड में प्रीडिफाइंड टास्क होता है जो MIDI साउंड फाइल की इवेंट्स के प्रत्येक स्टेप के लिए साउंड जनरेट करता है। MIDI साउंड फाइल्स डिजिटल ऑडियो फाइल्स से छोटी होती है