Animation एक प्रकार का process है जिसमें designing, drawing, layouts बनाना और photographic sequences की preparation करना मुख्य है जिसे कि बाद में multimedia या किसी gaming products में integrate किया जाता है। इसके principle की बात करें तब इसमें still images को कुछ इस प्रकार से exploit और manage किया जाता है जिससे इसके movement होने का illusion पैदा हो। इसमें motion का illusion पैदा करने के लिए उन images को जल्दी जल्दी display किया जाता है और ये images बहुत ही कम अलग होते हैं एक दूसरे से जब continuously हम इन स्थिर images को एक sequence में देखें तब हमें एक video animation के तरह लगता है जिसमें characters या objects movement कर रहे हों।
आधुनिक entertainment industry जैसे कि film और television ने बहुत ही ऊँचाइयाँ प्राप्त की हैं क्योंकि ये तीनों fields: Animation, Graphics और Multimedia ने अपने क्षेत्र में काफी advancement की हैं। उदहारण के यिए Television advertisements, cartoons, serials, presentation और model designs – ये सभी चीजों में
animation और multimedia techniques का इस्तेमाल किया गया है।
Animation के विभिन्न प्रकार:-
वैसे तो Animation के बहुत से अलग-अलग types होते हैं। लेकिन कुछ important types है।
Cel Animation-
Cel animation एक प्रकार का traditional animation होता है जिसे कि hand drawings के द्वारा किया जाता है। इस process में बहुत सारे pictures को create किया जाता है जो कि एक दूसरे से बहुत ही कम अलग होते हैं लेकिन वो nature wise prograssive होते हैं। इस progressive nature के कारण उन्हें कुछ actions को represent करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इन drawings को trace करने के लिए transparent sheet का इस्तेमाल होता है।
Stop Animation-
Stop animation या stop motion animation एक प्रकार का technique है जिससे कि objects को अपने आप ही move करा सकते हैं। इसमें कुछ images को draw किया जाता है different positions में नौर उन्हें separately photographed किया जाता है। Puppetry एक बहुत ही प्रमुख frame-to-frame animation ype है। कुछ Hollywood movies जिसमें कि animate किया गया है via stop-motion effects वो हैं King Kong, The Dinosaur, और The Lost World
Motion Graphics-
ये motion graphics digital footage या animation के pieces होते हैं जो कि ऐसे llusion create करते हैं जिसमें लगता है कि वो illusion motion में हैं और rotate भी कर रहे हैं। इन्हें अक्सर audio के साथ combine किया जाता है बेहतर आकार देने के लिए और इन्हें दूसरे multimedia projects में इस्तेमाल किया जाता है। motion graphics को आप commonly इस्तेमाल हो रहे frame-by-frame footage और animation के जैसे animation में कम ही use किया जाता है। ये motion graphics को typical animation के जैसे कोई story based में ही इस्तेमाल नहीं किया जाता है बल्कि ये animated abstract shapes और forms जैसे कि logos और logo elements
में ज्यादातर use किये जाते हैं।
Computer Animation-
Computer Animation एक बहुत ही latest technique है जिसमें मुख्य रूप से तीन चीज़ें शामिल है जो कि हैं 2D animation, 3D animation, VFX। ये न केवल hand-drawn characters को enhance करता है बल्कि उन्हें real भी प्रतीत कराता है, यदि हम इसकी तुलना करें पहले के animations से।
2D Animation-
2D Animation क्या होता है? इसे करने के लिए Powerpoint और Flash animations का इस्तेमाल किया जाता है। माना कि इनकी features प्रायः similar होते हैं cel animation के, लेकिन 2D animation ज्यादा popular इसलिए बन गए क्योकि इसमे scanned drawings का इस्तेमाल किया गया। Computer में जैसे कि cartoon film में होता है। एक बहुत ही popular animation software जिसका इस्तेमाल computer 2D animation बनाने के लिए किया जाता है वो है Adobe Flash.
3D Animation-
3D Animation क्या है? इसका इस्तेमाल filmmaking में होता है जहाँ कि हमें unusual objects या characters की जरूरत होती हैं जिन्हें कि आसानी से display नहीं किया जा सकता। उदहारण के लिए 3D animation के इस्तेमाल से हम बहुत सारे लोगों को एक जगह में खड़े कर सकते हैं, पर्वत को किसी table के ऊपर स्थापित कर सकते हैं। इसमें बहुत से different shapes, mathematical codes का इस्तेमाल, actions और colors का display किया जाता है जोकि mind-blowing होता है और ऐसा प्रतीत होता है कि ये किसी actual picture से copy किया गया हो। Best 3D Animation Software की बात करूं तब Maya, 3D Max और Blender मुख्य हैं।
VFX-
Visual Effects का short form होता है VFX. इस process में ऐसे imagery को create किया जाता है जोकि live action shoot से अलग होता है, किसी film making में। Visual Effects में live action footage (special effects) और create किये गए imagery (digital effects) को एक साथ integrate किया जाता है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि वो environment पूरी तरह से realistic हों, लेकिन इसके साथ ही भयानक हो, कीमती हों, impractical हो और यहाँ तक कि impossible भी हो, किसी भी film में capture करने के लिए। इसमें अब CGI (Computer Generated Imagery) का इस्तेमाल होता है ऐसे चीज़े बनाने के लिए।